शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2017

कविता के लिए जरुरी हैं - Kavita ke liye jaruri hain


कविता के लिए जरुरी हैं मेरा अकेला होना
कविता के लिए जरुरी हैं मेरा खुद में खोना,
कविता ऐसे ही किसी के पास नहीं आती,
कविता के लिए जरुरी हैं, मेरा खाली होना ||

नहीं तो ये ऐसे ही, दरवाजा ठोक कर निकल जाती हैं
दबे पावों से घंटी बजाकर, छुपकर निकल जाती हैं
इसे अच्छा नहीं लगता, मेरा औरों से घिरा हुआ होना
कविता के लिए जरुरी हैं मेरा अकेला होना ||

कभी ये बादल की तरह आती हैं, और घिरी की घिरी रह जाती हैं
बिन-बरसे ही अपने होने का अहसास दिलाती रहती है
जरुरी तो हैं, इसके प्रगटन का हुनर होना, पर
कविता के लिए जरुरी हैं मेरा अकेला होना ||

कभी ये बारिश की तरह मुसलाधार बरसती हैं
सारे बंधन तोड़कर, आसुओं की तरह बहती हैं
आती हैं ये उपरवाले का नजराना बनकर,
पर फिर भी
कविता के लिए जरुरी हैं मेरा अकेला होना ||